तो तीन महीने लगेंगे टमाटर का दाम जमीन पर आने में?
नई दिल्ली: बिजय कुमार दिल्ली के शालीमार बाग में रहते हैं। उनका काम सब्जी बेचना है। वह अपने ठेले में आलू, प्याज, टमाटर तो रहता ही है। साथ ही मौसमी सब्जियां भी रहती है। इन दिनों उनके ठेले से टमाटर नदारद है। जब ग्राहक पूछते हैं कि टमाटर क्यों नहीं है तो उनका जवाब होता है, टमाटर इतना महंगा हो गया है कि उसे खरीदने की पूंजी ही नहीं है। जी हां, 10 दिन पहले टमाटर का जो क्रेट 400 से 500 रुपये में मिल जाता था, इन दिनों 2200 से 2400 रुपये में मिल रहा है। इसिलए इसे खरीदना ही छोड़ दिया है।
टमाटर तोड़ रहा है रिकार्ड
यह प्रकृति का चक्र है। भारत में सर्दियों के मौसम में टमाटर सस्ता होता है तो गर्मी के मौसम में महंगा। लेकिन इस गर्मी में तो टमाटर सारे रिकार्ड तोड़ रहा है। इस समय दिल्ली के थोक बाजार में बढ़िया टमाटर 130 रुपये किलो तो खुदरा बाजार में 150 से 200 रुपये किलो बिक रहा है। दिल्ली एनसीआर के कुछ पॉश इलाकों में तो इसे बेहतर तरीके से पैक करके 250 रुपये किलो भी बेचे जा रहे हैं। मुंबई में भी इसके भाव 200 रुपये किलो के आसपास ही चल रहे हैं। यही हालत देश के अन्य राज्यों का भी है।
टमाटर क्यों हुआ है महंगा
इन दिनों जो टमाटर महंगा हुआ है, उसके कई कारण हैं। अभी 10 दिन पहले ही बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में चिलचिलाती धूप और लू का प्रकोप चल रहा था। इसमें सैकड़ों लोग काल कलवित हो गए। जब लू में इंसाल झुलस कर मर रहे हैं तो टमाटर के पौधे की क्या बिसात। इससे टमाटर के पौधे झुलस गए और खेती तबाह हो गई। उधर गुजरात में चक्रवात तूफान की वजह से जो बारिश हुई, उसमें टमाटर की खेती तबाह हुई। राजस्थान के कई इलाकों में भी हाल के दिनों में हुई जबरदस्त बारिश हुई है। इससे भी टमाटर की फसल चौपट हुई है। इससे खुदरा बाजार में एक किलो टमाटर का दाम चढ़ कर 200 रुपये के करीब चला गया है।
सब्जी बेचने वालों ने छोड़ दिया है टमाटर रखना
इस समय दिल्ली एनसीआर में सब्जी बेचने वाले अधिकतर विक्रताओं ने टमाटर रखना ही छोड़ दिया है। बिजय कुमार बताते हैं कि 10 दिन पहले ही बढ़िया टमाटर का एक क्रेट 400 से 500 रुपये में मिल जाता था, उसकी कीमत अभी 2400 रुपये हो गई है। एक क्रेट में 25 किलो टमाटर होता है। जब क्रेट से टमाटर पलटेंगे तो 15 किलोट टमाटर ही बढ़िया निकलता है। बांकी सड़ा-गला। उस टमाटर को होटल वाले खरीद लेते हैं, लेकिन बेहद सस्ते दाम पर। अब इतने पैसे लगाएं और शाम तक टमाटर नहीं बिका तो अलगे दिन वैसे भी टमाटर खराब होना शुरू हो जाता है। इसलिए इन दिनों टमाटर बेचना ही छोड़ दिया है। कोई ग्राहक फरमाइश करता है तो उसके लिए मंडी से कुछ किलो टमाटर खरीद लेते हैं।
किसानों को मिल रहा है सही दाम
आमतौर पर किसानों का टमाटर अच्छा भाव हो तब भी 300 रुपए प्रति क्रेट का दाम ही मिलता है। इस समय जब टमाटर कीमत 100 रुपये के पार चली गई है तो किसानों के एक क्रेट टमाटर एक हज़ार रुपए से लेकर 1,400 रुपए तक बिक रहे हैं। यूपी में टमाटर उगाने के लिए विख्यात एक गांव के किसान कहते हैं कि पहले गर्मी के सीजन में वह टमाटर लेकर मंडी तक जाते थे। लेकिन इस बार टमाटर लेने बाहर के व्यापारी आए हुए हैं। थोक कारोबारियों के अलावा कई बड़ी कंपनियों के भी कर्मचारी टमाटर ख़रीदने पहुंच रहे हैं।
तीन महीने लगेंगे दाम सही होने में?
बिहार के भागलपुर जिले में टमाटर की खेती करने वाले किसान हेमंत का कहना है कि दिवाली के आसपास टमाटर के दाम सही होंगे। उनका कहना है कि मानसून की पहली बारिश के साथ ही टमाटर की पौध या बिचड़ा तैयार करने के लिए बीज बोये गए हैं। इसका बिचड़ा 15 से 20 दिन में तैयार होगा। फिर इसे उखाड़ कर खेतों में रोपा जाएगा। वहां फल देने लायक पौधा तैयार होने में डेढ़-दो महीने तो लग ही जाएंगे।