क्या नए थाना प्रभारी करेंगे कार्यवाही बरसों से सट्टे की खाई बाजी करने वाले पर
क्या नए थाना प्रभारी करेंगे कार्यवाही बरसों से सट्टे की खाई बाजी करने वाले पर
या फिर पहले भी बरसों से संरक्षण दिया जा रहा था और अभी भी दिया जाएगा
खाई बाज जिला बदर है लेकिन सूत्रों का कहना बराई और बाग मुगलिया मैं खुलेआम घूमता देखा गया
भोपाल. राजधानी के थाना बागसेवनिया क्षेत्र में लगातार कई वर्षों से सट्टा खिलाना एवं खाई बाजी का कारोबार बड़े ही जोरों से फल फूल रहा है सूत्रों ने जानकारी देते हुए बताया है बाग मुगालिया क्षेत्र का पुराना निवासी सुभाष सांगेकर उर्फ भाऊ जो आजकल कटारा हिल्स के बर्राई क्षेत्र में निवास कर रहा है जानकारी के अनुसार पिछले 7 से 8 वर्षों से खुलेआम सट्टे की खाई बाजी का कारोबार करता आ रहा है जिसके ऊपर पूर्व में कई मुकदमें भी पंजीबद्ध हो चुके हैं जिसकी खबर भी कई अखबारों और डिजिटल न्यूज़ चैनलों पर प्रसारित भी की जा चुकी है।
वर्तमान में जानकारी मिली है सट्टे का यह खाई बाज बागसेवनिया थाना क्षेत्र से जिला बदर किया गया है नाम ना छापने की शर्त पर थाना बागसेवनिया के पुलिस सूत्रों ने जानकारी देते हुए बताया पहले भी यह व्यक्ति जिला बदर हो चुका है और उसके ऊपर कई मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं और वर्तमान में भी जिला बदर किया जा चुका है।
सुभाष संगेकर उर्फ भाऊ नामक नामक इस व्यक्ति को पुलिस का पूरा संरक्षण प्राप्त था यही कारण जो यह व्यक्ति कई वर्षों से सट्टे का कारोबार बाग मुगलिया क्षेत्र में अपने कुछ समर्थकों को सामने रखकर कर रहा है, जिनके छाया फोटो एवं वीडियो भी देखे जा सकते हैं पुराने थाना प्रभारी का स्थानांतरण तो हो चुका है एवं नए थाना प्रभारी के द्वारा प्रभार भी संभाल लिया गया है लेकिन अभी भी बागमुगालिया क्षेत्र में सट्टे का कारोबार उसके सहयोगी द्वारा खुलेआम चलाया जा रहा है ऐसा बिल्कुल नहीं है की क्षेत्रीय थाने को इसकी जानकारी ना हो फिर भी उस कारोबार को बंद कराने का पुलिस द्वारा कोई प्रयास भी नहीं किया जा रहा है।
पुराने थाना प्रभारी की लापरवाहियों के या सहमति के कारण यह कारोबार वर्षों से फल फूल रहा था क्या नऐ थाना प्रभारी सट्टे की खाई बाजी के इस कारोबार को जड़ से खत्म करेंगे या वह भी इन्हें आरक्षण देने का काम करेंगे।
जान का खतरा होने से सूत्र ने नाम ना बताने की शर्त पर जानकारी यह भी दी है जिला बदर व्यक्ति सुभाष सांगेकर उर्फ भाऊ बाग मुगालिया, कटारा हिल्स एवं बराई गांव में जिला बदर होने के बावजूद भी घूमता देखा जा रहा है क्या पुलिस को इसकी जानकारी है या नहीं यह पुलिस का विषय है, अब देखना यह है क्या नऐ थाना प्रभारी इस जिला बदर खाईबाज एवं उसके सहयोगियों पर कार्रवाई करके सट्टे के इस कारोबार को बंद कराने में कामयाब होंगे या वह भी हाथ पर हाथ धरकर सट्टे के कारोबार का नजारा देखते रहेंगे।