Sports

 वनडे विश्व कप का पहला फाइनल, इस भारतीय के कारण चैंपियन बना था वेस्टइंडीज

वनडे विश्व कप की शुरुआत साल 1975 में हुई थी। क्रिकेट का पहला विश्व कप इंग्लैंड में खेला गया था जिसमें वेस्टइंडीज की टीम ऑस्ट्रेलिया को फाइनल में हराकर चैंपियन बनी थी लेकिन बहुत कम लोगों को पता होगा कि कैरेबियाई टीम को चैंपियन बनाने में एक भारतीय का बड़ा हाथ था।

50 रन पर वेस्टइंडीज के तीन विकेट गिर गए थे।

पहले वनडे विश्व कप का फाइनल मैच वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के बीच लॉर्ड्स के मैदान पर खेला गया था। मैच में वेस्टइंडीज की टीम पहले बल्लेबाजी करने उतरी थी लेकिन ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी आक्रमण के आगे 50 रन पर ही वेस्टइंडीज ने अपने तीन विकेट गंवा दिए थे।

क्लाइव लॉयड के साथ मिलकर रोहन ने संभाला था मोर्चा

इसके बाद मैदान पर उतरे भारतीय मूल के रोहित कन्हाई जिन्होंने क्लाइव लॉयड के साथ मिलकर ऐसा ऐसा मोर्चा संभाला कि ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की गंवा निकल गई। रोहन और क्लाइव लॉयड के बीच 149 रनों की बेहतरीन साझेदारी हुई थी।

रोहन ने बनाए थे 55 रन

इस दौरान रोहन कन्हाई ने 105 गेंद खेलकर 55 रनों की दमदार पारी खेली थी। अपनी इस पारी में उन्होंने कुल 8 चौके भी लगाए। रोहन के इस पारी के बदौलत ही वेस्टइंडीज की टीम 291 रनों का स्कोर खड़ा कर पाई थी। कन्हाई के अलावा लॉयड ने 85 गेंद में 102 रन बनाए थे।

17 रन से वेस्टइंडीज ने जीता था मैच

वेस्टइंडीज इस फाइनल मैच को 17 रन से जीतकर पहले वनडे विश्व कप का चैंपियन बना था। लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम 58.4 ओवर में 274 रन बनाकर ऑल आउट हो गई थी।

1957 में रोहन ने किया था डेब्यू

रोहन कन्हाई ने वेस्टइंडीज के लिए 1957 में अपना डेब्यू किया था। वह 1975 तक क्रिकेट खेले। इस दौरान वह वेस्टइंडीज के लिए 79 टेस्ट और 7 वनडे मैच खेले। टेस्ट में उन्होंने 6227 रन बनाए जबकि वनडे में उनके नाम 164 रन दर्ज है।

फर्स्ट क्लास में बनाए हैं 29 हजार रन

इंटरनेशनल क्रिकेट के अलावा वह 421 फर्स्ट क्लास और 159 लिस्ट ए मैच खेल चुके हैं। फर्स्ट क्लास में कन्हाई ने 29250 रन बनाए। फर्स्ट क्लास में उन्होंने 86 शतक और 120 अर्धशतक लगाए हैं। इसके अलावा लिस्ट में 4769 रन बनाए हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button