जोन 13 का स्वास्थ विभाग चालानी कार्यवाही क्यों नहीं करता
भोपाल. नगर निगम जोन 13 में वार्ड क्रमांक 54 मैं श्री आदि परिसर शॉपिंग मॉल में नीचे की सभी दुकानों पर शराब पिलाने का कारोबार जोरो से फल फूल रहा है। ज्ञात हो प्रशासन के द्वारा सभी शराब की दुकानों पर अहाते बंद होने के बाद ही राजधानी में शराब पिलाने का कारोबार बड़े जोरों पर चलाया जा रहा है सरकार द्वारा आहतें बंद होने का पूरा फायदा उठाया जा रहा है, सूत्रों के अनुसार शराब की दुकानों के आसपास स्थित छोटी-छोटी होटलों, चाय की दुकानों ठेलों, पर शराब पिलाने का कारोबार खुलेआम चलाया जा रहा है और मोटी कमाई की जा रही है। ऐसे ही बागसेवनिया थाना क्षेत्र के श्री आदि परिसर शॉपिंग कंपलेक्स में संचालित शराब की दुकान है जहां सरकार के आदेश पर कुछ माह पूर्व अहाता बंद कर दिया गया है, इसी का पूरी तरह से फायदा वहां के दुकानदार उठा रहे जिसमें कुछ अतिक्रमण कर छोटी-छोटी कच्ची दुकानों एवं अंडे के ठेले लगाए गए हैं जहां पर शराब पिलाने का कारोबार चलाकर मोटा पैसा कमाया जा रहा है।
इतना ही नहीं डिस्पोजल ग्लास एवं पॉलिथीन को सरकार के द्वारा प्रतिबंधित किया गया है बावजूद इसके उन गिलासों को श्री आदि परिसर की सभी दुकानों पर बैचा जा रहा हैं। शराब पीने वाले हर एक व्यक्ति के लिए इन दुकानों पर पानी के पाउच, नमकीन, चिप्स, कोल्ड ड्रिंक, सोडा, जैसी सभी चीजों को बेचने के साथ-साथ चोरी चुपके इन दुकानों पर शराब पीने वाले व्यक्तियों को बिठाकर शराब पिलाने की सुविधा भी देने का काम यह दुकानदार कर रहे हैं मतलब यह हुआ सरकार की नजर में आते तो बंद हो चुके हैं मगर शराब की दुकानों के आसपास इस तरह के दुकान मालिकों द्वारा छोटे-छोटे आते संचालित हो चुके हैं जहां, बैठाकर शराब पिलाने का अलग से पैसा भी लिया जाता है। अब मजे की बात तो यह है जब इन दुकानों पर शराब पिलाने का काम जोरों से फल फूल रहा है तो क्या इसकी क्षेत्रीय थाने को जानकारी नहीं होगी ऐसा कदाचित नहीं है जानकारी तो होगी मगर क्षेत्रीय थाना इन दुकानदारों के ऊपर विशेष कृपा बनाए हुए हैं शायद यही वजह है जो खुलेआम बैठाकर इन दुकानों पर शराब पिलाई जाती है। बैठाकर शराब पिलाने वाले इन दुकानदारों की कहानी पर यहां विराम नहीं लगता है, जिन डिस्पोजल ग्लासो पर सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाया जा चुका है तो फिर यह दुकानदार उन ग्लासो को क्यों बेच रहे हैं किसने इसकी स्वीकृति दी है, इतना ही नहीं शराब पिलाने के बाद इन दुकानदारों के द्वारा ग्लासो एवं पानी के पाउचो को भारी मात्रा में इकट्ठा कर रोड पर फेंक दिया जाता है।
आज दिनांक 24/6/ 2023 को खींची गई इस तस्वीर में प्रतिबंधित डिस्पोजल गिलास हजारों की संख्या में फेंके हुए देखे जा सकते हैं, जोकि इन दुकानदारो द्वारा पहले बेचे गए फिर शराब पिलाई गई उसके बाद इन्हें समेट कर मेन रोड ऊपर फेंक दिया जाता है जिसकी वजह से गंदगी के साथ-साथ अन्य बीमारी फैलने का खतरा भी बना रहता है। एक तरफ तो राजधानी का नगर निगम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन पर राजधानी में जगह जगह सफाई अभियान चला जा रहा है वहीं दूसरी तरफ जोन 13 में मुख्य सड़क पर शराब की दुकान के नजदीक सभी दुकानदारों द्वारा गंदगी फैलाने का काम भी किया जा रहा है और वहां का नगर निगम का स्वास्थ्य अधिकारी एवं उनकी पूरी टीम चैन की बंसी को बजा रहे हैं। क्या यही है स्वच्छ भारत क्या ऐसे ही चलता रहेगा इन दुकानदारों द्वारा गंदगी फैलाने का सिलसिला। अगर तनिक भी स्वास्थ्य अधिकारी को अपने कर्तव्य की चिंता है तो उन्हें तुरंत इन दुकानदारों पर तगड़ा जुर्माना ठोक कर शहर को कैसे स्वस्थ रखना है उसका सबक सिखाएं। थाना बागसेवनिया को भी इस ओर ध्यान देना चाहिए कि जब अहाते बंद हैं, खुले में शराब पीने पर प्रतिबंध है, तो फिर इन दुकानदारों की जुर्रत कैसी जो वह खुलेआम डिस्पोजल गिलास बेचकर शराब पिलाने का कार्य कर रहे हैं अगर पुलिस इस शराब की दुकान के आसपास अपनी पैनी नजर रखें तो उन्हें इसका भी पता चल सकेगा कि किस तरह इन दुकानों पर असामाजिक तत्वों का जमावड़ा रहता है, सूत्रों ने यह भी जानकारी देते हुए बताया कि जब इस सड़क से काम करने वाली महिलाएं जब अपने घरों को वापस हो रही होती हैं तब यहां पर शराब पी रहे असामाजिक तत्वों द्वारा उनके साथ छेड़छाड़ जैसी हरकतें भी की जाती हैं , इसके अलावा मुख्य मार्ग पर यातायात व्यवस्था भी बिगड़ी रहती है गलत तरीके से इन दुकानों के सामने दो पहिया वाहन भी भारी पैमाने पर खड़े रहते हैं जो कि किसी भी दुर्घटना को अंजाम दे सकते हैं। इस मुख्य मार्ग पर किसी भी तरह की दुर्घटना या अपने अपने कार्य क्षेत्र से वापस आने जाने वाली महिलाओं के साथ किसी भी तरह की कोई अभद्रता ना हो इस की भी जिम्मेदारी क्षेत्र के थाने की बनती है ,अब पुलिस अपनी जिम्मेदारी समझे या ना समझे यह उन पर निर्धारित है।