कमलनाथ की ये 5 बड़ी घोषणाएं, क्या BJP के लिए साबित होगी चुनौती
पूर्व मुख्यमंत्री ने इन घोषणाओं के जरिए जनता की नब्ज को पकड़ा है, वचनपत्र से पहले जनता को लुभाने के लिए किए ये वादे
चुनावी साल है..सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्ष में बैठी कांग्रेस दोनों ही पूरी कोशिश कर रही है अपने वादों और दावों से जनता को लुभाने की। जहां सीएम शिवराज सिंह चौहान और पूरी भाजपा अपनी योजनाओं की सफलताएं गिना रही है, नई योजनाएं बनाई जा रही हैं वही कांग्रेस कुछ ऐसे वादें कर रही है जो तुरुप का इक्का साबित हो सकती है। इन घोषणाओं के जरिए कांग्रेस ने जनता की दुखती रग पर हाथ रखा है। वो मुद्दे जिनके कारण लोग परेशान है या जिनकी लगातार मांग उठ रही है, उन्हें पूरा करने का वादा कर कांग्रेस कहीं न कहीं बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती पेश करती दिख रही है।
कांग्रेस की 5 बड़ी घोषणाएं
मिशन 2023 के लिए कांग्रेस अपने वचनपत्र का खाका तैयार करने में जुटी हुई है। लेकिन इससे पहले ही वो कई घोषणाएं कर चुकी है। इनमें से 5 अहम घोषणाएं हैं..जिससे वो बीजेपी को खासी चुनौती दे सकती है। पहली घोषणा कमलनाथ ने 19 मार्च को एक जनसभा में की कि कांग्रेस की सरकार आने पर वो 500 रूपये में गैस सिलेंडर देंगे। बेतहाशा बढ़ती महंगाई और गैस सिलेंडर के दामों में लगातार बढ़ोत्तरी के बीच जनता के लिए ये घोषणा एक बड़ी सौगात के रूप में नजर आ रही है।
वहीं बीजेपी की लाडली बहना योजना के जवाब में कमलनाथ ने कहा है कि कांग्रेस की सरकार बनने पर वो हर महिला को महीने में 1500 रूपये देंगे। बिजली की कमी, बिजली कटौती, अनाप शनाप बिल के बीच अगली घोषणा है 100 रूपये में 100 यूनिट बिजली देने की। पिछली बार भी कांग्रेस ने किसानों के कर्ज माफी का ऐलान किया था। इस मुद्दे पर बीजेपी हमेशा उसे घेरती है और कांग्रेस का कहना है कि उसे सिर्फ 15 माह का समय ही मिल पाया था। इस बार फिर चुनावों से पहले कांग्रेस ने किसानों का कर्ज माफ करने की घोषणा की है। वहीं पांचवीं घोषण ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करने की है। इस मांग को लेकर राज्य भर में कर्मचारियों ने आंदोलन किया, धरना दिया, प्रदर्शन किए, मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपे लेकिन उन्हें कोई आश्वासन नहीं मिला। कमलनाथ ने कहा है कि कांग्रेस की सरकार आने पर वो पुरानी पेंशन योजना को लागू करेंगे। इस तरह इन पांच बड़ी घोषणाओं के साथ कांग्रेस मैदान में हैं और इसके साथ अन्य कई वादें भी किए जा रहे हैं। देखना होगा कि अपने वचनपत्र में वो इनके अलावा और किन मुद्दों को समेटती है।