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वन विभाग के चिकलोद रेंज में ही हैं कोई न कोई विभीषण

जो तन्खाह लेता हैं विभाग से और वफादारी करता है लकड़ी चोरों की

राजधानी भोपाल से सटा हुआ रायसेन जिला हैं जिसके अन्तर्गत आता हैं मंडीदीप औद्योगिक क्षेत्र जो आजकल काफी चर्चा में बना हुआ हैं चर्चा में बने रहने का कारण है मंडीदीप में संचालित आरा मशीनें जो पहले से ही बगैर टीपी के अवैध लकड़ियां खपाने में काफी माहिर हैं, जिसकी सत्यता के लिए थाना मंडीदीप एवं थाना सतलापुर के पुलिस अधिकारियों द्वारा कई वाहनों को पकड़ना है जिसमें चोरी से काटी हुई लड़कियां परिवहन हो रही थी जिसे पुलिस द्वारा पकड़ कर वन विभाग के निकम्मे निचले स्तर के कर्मचारियों को सौंप दी जाती हैं।

ताजा मामला मंडीदीप स्थित लूपिन फैक्ट्री के आसपास का हैं जहां आज दिनांक 26/4/2024 समय 11बजकर 50 मिनट का हैं एक आरा मशीन पर भारी मात्रा में इमली की अवैध लकड़ी डंप हो रही थी और आरा मशीन संचालक मशीन पर खड़ा होकर आनन- फानन में जल्दी -जल्दी लकड़ी के छोटे-छोटे टुकड़े करवरकर ट्रैक्टर ट्राली में लोड करवा रहा था।

इसकी जानकारी राजधानी भोपाल के खोजी पत्रकार सरदार आर. एस. सिंह को मंडीदीप के सूत्रों ने फोन पर जानकारी देते हुए बताया कि प्रतिबंधित उपयोगी फलदार पेड़ इमली की लकड़ी का अवैध रूप से परिवहन हुआ है एवं इमली की लकड़ी को छोटे-छोटे गुटके बनाकर काटा जा रहा है तभी खोजी पत्रकार खालसा ने वन मंडल अधिकारी अब्दुल्लागंज को तत्काल इसकी जानकारी दी कुछ ही सेकंड के अंदर वन मंडल अधिकारी हेमंत रैकवार ने अपनी सक्रियता दिखाई और अपना कर्तव्य निभाते हुए तत्काल एक्शन लिया उन्होंने चिकलोद रेंज के रेंजर को इसकी सूचना दी रेंजर एवं उनकी टीम समय पर मोके पर नहीं पहुंची उनकी लापरवाही के चलते आरा मशीन के संचालक द्वारा इस क्रत को अंजाम तक पहुंचा दिया गया प्रतिबंधित उपयोगी पेड़ इमली की लड़कियों को काटकर ट्रैक्टर ट्राली में लोड करके अवैध परिवहन कर दिया गया।

वन मंडल अधिकारी अब्दुल्लागंज हेमंत रैकवार की कार्यवाही पर तनिक भी संदेह नहीं हैं लेकिन उनके अधीनस्थ चिकलोद रेंज में कोई ना कोई तो विभीषण है जो इस तरह के परियावरण विरोधी घिनोने कृत को लकड़ी माफिया के साथ मिलकर अंजाम दे रहे हैं सूत्रों ने यह भी बताया चिकलोद रेंज की टीम मौके पर पहुंचने वाली हैं इस की सूचना कुछ आरा मशीन संचालकों तक पहुंच गई जिसकी वजह से और भी कई चोरी की लकड़ी से भरें वाहन पहुंचने थे जो नहीं पहुंच सके आखिर चिकलोद रेंज में कोई तो वन विभाग में गद्दार है जिसकी वजह से इस कार्रवाई की जानकारी आग की तरह फैल गई और तत्काल इमली के पेड़ की कटी हुई लड़कियों को हटा दिया गया एवं और भी चोरी की लकड़ी को लेकर आने वाले वाहन भी अपने स्थान पर थम गए।

वह तो भगवान भला करें मंडीदीप एवं सतलापुर थाने के पुलिस अधिकारियों का जो लगातार अपने चेकिंग अभियान के द्वारा चोरी से काटे गए हरे भरे पेड़ो की लकड़ी को भिन्न- भिन्न प्रकार के वाहनों में लोड करके परिवहन होने वाली लकड़ी से भरे वाहनों को पकड़ कर वन विभाग के सूपुर्द कर देते हैं, वन मंडल अधिकारी अब्दुल्लागंज तो अपने कर्तव्य को निभाते हुए कार्यवाही के निरंतर आदेश दे रहे हैं वह चाहते हैं जंगल माफियाओं और अवैध तरीके की लकड़ी को खपाने वाले आराम मशीनों पर कठोर से कठोर कार्यवाही की जाए लेकिन वह अपने विभाग के विभीषण की वजह से मजबूर है।

रेंजर चिकलोद रेंज

जो समय पर मौके पर नहीं पहुचे अगर तत्काल कार्रवाई की होती तो रंगे हाथ पकडा़ जाती  प्रतिबंधित उपयोगी इमली के पेड़ों की कटी हुई लकड़ी

इनका कहना हैं :-

चिकलोद रेंज से लकड़ी माफिया का खत्मा करूंगा इस सारे मामले की बारीकी से जांच कराई जाएगी मेरे विभाग का जो भी कर्मचारी लकड़ी माफिया से मिला होगा उसके ऊपर विभागीय कठोर कार्रवाई करवाने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों तक जानकारी पहुंचाऊगा ।

हेमंत रैकवार
वन मंडल अधिकारी अब्दुल्लागंज जिला रायसेन

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