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जिस भाजपा के लिए वोट मांगा सिख नेताओं ने गुरुद्वारा पर हो रहे हमले में फिर चुप्पी क्यों

भाजपा के नेताओ ने तिजारा के चुनावी सभा में कहा था गुरुद्वारे नासूर हैं इन्हें नस्तोनाबूत कर देंगे

राजस्थान. देश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने के लिए अलग-अलग गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों के प्रधानों एवं भाजपाई सिख नेताओं ने दमखम लगा के भारतीय जनता पार्टी की सरकार तो दिल्ली में बनवादी और प्रधानमंत्री मोदी के बनने की खुशी में ढोल भी बजवा दिये इतना ही नहीं मध्य प्रदेश के तो कुछ भाजपाई सिख नेताओं ने होटल में कार्यक्रम रखकर सिख समाज से कहा कि भारतीय जनता पार्टी को वोट करें सिख समाज ने वोट कर भी दिया, लेकिन क्या सिख समाज के लोगों ने भारतीय जनता पार्टी को इसलिए वोट किया था की सरकार बनने के बाद वह सिख समाज पर हमले एवं उनके धार्मिक स्थान गुरुद्वारों का भी अपमान करें।

ताजा मामला गुरुद्वारा करतारसर कलियां गांव में देखने को मिला है जहां 90 वर्ष की आयु के एक बुजुर्ग ने अपने परिवार से पीड़ित होकर गुरुद्वारे में शरण ली और अपने हिस्से की भूमि गुरुद्वारा साहब को दान कर दी इसको लेकर पारिवारिक विवाद तूल पकड़ गया पहले पारिवारिक विवाद पंचायत तक सीमित रहा बाद में इसमें भाजपा के सिख विरोधी ताकतों का हस्तक्षेप होने लगा इतना ही नहीं भाजपा के कार्यकर्ताओं ने गुरुद्वारे पर जाकर हमला बोल दिया इससे स्पष्ट हो गया राजस्थान के तिजारा में भारतीय जनता पार्टी की सभा में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में गुरुद्वारों को नासूर बताया गया था साथ में यह चैलेंज भी किया था हमारी सरकार बनने के बाद हम इन्हें नस्तोनाबूत कर देंगे जिसका ताजा उदाहरण गुरुद्वारा करतारसर कालियां गांव में देखने को मिला।

इससे स्पष्ट तो हो गया कि भारतीय जनता पार्टी की सिख धर्म के लोगों के प्रति क्या सोच एवं योजनाऐ है अब सवाल यह है क्या भारतीय जनता पार्टी के सिख नेता इसी तरह सिखों और सिखों के गुरु घरों का अपमान होते देखते रहेंगे। वहीं अगर बात की जाए राजस्थान की सिख समाज एवं जत्थेबंदियों की तो वह अपने धार्मिक स्थान गुरुद्वारा साहबों के अपमान को कभी भी बर्दाश्त नहीं करेंगे राजस्थान में कुछ दिनों से भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा सिख समाज को अपमानित करने वाले मामले कुछ ज्यादा ही देखने को मिल रहे हैं इसके पूर्व छबील और संत जरनैल सिंह भिंडरा वालों के तस्वीरों को लेकर भी भाजपाइयों ने बवाल किया था वहीं अगर बात की जाए हिमाचल की तो वहां भी सिख समाज के लोगों को अपमानित एवं टारगेट किया जा रहा है इससे स्पष्ट हो रहा है कि अब भारतीय जनता पार्टी भी सिख विरोधी पार्टी बनती देखी जा रही है अगर ऐसा नहीं है तो भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को राजस्थान गुरुद्वारों पर हुए हमले को एवं हिमाचल में पंजाब के वाहनों की तोड़फोड़ को लेकर गंभीरता दिखाते हुए भारतीय जनता पार्टी के उन कार्यकर्ताओं को पार्टी से निष्कासित कर देना चाहिए जिन्होंने सिख धर्म की आस्था गुरु घरों में जाकर हमला एवं अपमान किया । अब सिख समाज को देखना यह होगा जो भाजपाई सिख नेता उनसे कह रहे थे कि भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों को जिताकर सरकार बनाना है अब सिख समाज को उन्हें भाजपाई सिख नेता समझ लेना चाहिए गुरु का सिख तो बिल्कुल नहीं समझना चाहिए उनसे यह सवाल पूछना चाहिए क्या हमने समाज का अपमान के साथ-साथ गुरु घरों पर अपमान करवाने के लिए भारतीय जनता पार्टी को तुम्हारे कहने पर वोट किया।

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