झूठी शिकायत कर ठेकेदार का ट्रक नगर निगम द्वारा उठाया माल किया गायब
मकान मालिक ने षड्यंत्र रच 6.लाख बकाया ना देने का किया प्रयास
भोपाल – यह सारा मामला राजधानी भोपाल के विद्यानगर नियर सुरेंद्र पैलेस होशंगाबाद रोड का है जहां मकान नंबर ए 1 विद्या नगर निवासी जितेंद्र अवस्थी के द्वारा षड्यंत्र रच कर अंजाम तक पहुंचाया गया। आइए इस सारे मामले में प्रकाश डालते हुए इस सारे मामले का खुलासा करते हुए शासन प्रशासन और प्रदेश के जनता तक पहुंचाया जाना चाहिए जिससे कोई और ठेकेदार षड्यंत्र का शिकार ना बने। जितेंद्र अवस्थी नामक व्यक्ति ने पहले तो पुरानी बिल्डिंग परमिशन दिखाकर ठेकेदार को 21 लाख रुपए भवन निर्माण का ठेका दीया , बाद में निर्माण कार्य संपूर्ण होने के स्थिति में काम बंद कराने का दबाव गया बनाया गया ठेकेदार को सारा सामान एवं बोलेरो पिकअप ट्रक को कहा गया, ठेकेदार के द्वारा बकाया राशि जब मांगी गई तब जितेंद्र अवस्थी ने देने से मना कर दिया और एक षड्यंत्र के शहर पहले तो उसने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की और उनके मकान पर खड़े ठेकेदार के पिकअप बोलोरो ट्रक को झूठी शिकायत कर नगर निगम के द्वारा उठवा दिया गया। यहां आपको बता दें राजधानी के चर्चित समाजसेवी पत्रकार सदार आर. एस. सिंह खालसा के द्वारा बनाई गई खालसा कंस्ट्रक्शन फॉर्म है जो कि उनके बेटे सरदार रोहित सिंह के नाम से रजिस्टर्ड है जिसका पंजीयन c113 6423 है सरदार रोहित सिंह ने कुछ माह पूर्व जितेंद्र अवस्थी के द्वारा भवन निर्माण का 21 लाख रुपए मैं ठेका दिया गया था। होली एवं रंग पंचमी के त्योहारों के वजह से छुट्टी पर गई हुई थी इसी बीच जितेंद्र अवस्थी ने किसी अन्य व्यक्तियों के द्वारा भवन निर्माण कार्य शुरू करा रखा था जिसकी जानकारी रोहित सिंह को मिलते उन्होंने तत्काल जितेंद्र अवस्थी से बातचीत की और कहा हमारी लेबर छुट्टी पर है आते ही हम आप कावन निर्माण कार्य शुरू करवा देंगे लेकिन मकान मालिक जितेंद्र अवस्थी के द्वारा किसी भी प्रकार की कोई बात नहीं सुनी गई और उन्होंने अन्य व्यक्ति से निर्माण कार्य चालू कर आए रखा। ठेकेदार रोहित सिंह के द्वारा काम बंद कर दिया गया और उनसे लिखा पढ़ी के अनुसार स्टेप भाई स्टेप पेमेंट मांगा गया तो जितेंद्र अवस्थी ने देने से मना कर दिया साथ में यह भी कहा गया कि अपना सामान एवं ट्रक यहां से हटा ले तब रोहित सिंह ने अंतिम बार उनसे कहा कि आप मेरा बचा हुआ पेमेंट दे दे उसके बाद मैं अपना सामान और ट्रक हटा लूंगा। एक दिन फिर रोहित सिंह अपने पेमेंट लेने के लिए जब विद्यानगर जितेंद्र अवस्थी के निवास पर पहुंचे तब उन्होंने देखा उनका सेंटिंग का सामान एवं ट्रक वहां नहीं है जिसके बारे में मकान मालिक से पूछा गया तो उन्होंने कहा हमें क्या पता आपका सामान और ट्रक कहां गया है, ठेकेदार रोहित सिंह ने अपना सामान ना मिलने पर थाना बागसेवनिया को इसकी सूचना दी एवं लिखित शिकायत विकी कि मेरा सामान और ट्रक चोरी चला गया है।थाना बागसेवनिया पुलिस को सूचना मिलते ही पुलिस ने आनन-फानन में तलाश शुरू कर दी जब पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले तब पता चला कि नगर निगम का अतिक्रमण दस्ता उस बोलेरो ट्रक को उठाकर ले गया है इसके बारे में पुलिस ने जब जितेंद्र अवस्थी से पूछताछ की तो उन्होंने इसकी जानकारी ना होना स्वीकारा। पुलिस ने जब गंभीरता से इसकी खोजबीन की तब पता चला के मकान मालिक जितेंद्र अवस्थी ने खुद सीएम हेल्पलाइन में इसकी शिकायत कर नगर निगम से ट्रक को उठाया है, ज्ञात हो पहले मकान मालिक ने पुलिस को गुमराह करने का भी प्रयास किया था लेकिन थाना बागसेवनिया की पुलिस ने बड़े ही सूझबूझ से अपनी कर्तव्यनिष्ठा के साथ ड्यूटी निभाने हुए इस सारे मामले का खुलासा कर दिया , थाना बागसेवनिया के टीआई संजीव चौक से और उनके थाने की पूरी टीम ने 1 घंटे के अंदर इस ट्रक को ढूंढ के निकालने का जो कार्य किया था वह वाकई बहुत सराहनीय था जिसकी प्रशंसा भी की जानी चाहिए। इस सारे मामले की जब मीडिया द्वारा पड़ताल की गई तब पाया कि इस मकान का निर्माण कार्य अवैध रूप से करवा जा रहा था। नए भवन निर्माण की कोई बिल्डिंग परमिशन भी नहीं ली गई पूर्व में ली गई बिल्डिंग परमिशन के हिसाब से भी ज्यादा अवैध रूप से निर्माण किया गया है। यह सारा षड्यंत्र में मकान मालिक जितेंद्र अवस्थी के द्वारा रचा गया था ताकि ठेकेदार की बकाया ₹6 लाख की राशि देने से बच सकें, ठेकेदार रोहित सिंह का यह कहना है कि मेरा साइट पर भारी मात्रा में सामान था वह भी गायब कर दिया गया है मेरे बोलेरो ट्रक में 100 के करीब सेंटिंग की प्लेटें जो कि लोहे की थी और कई फर्मे थे जो किए जा चुके हैं। जब उन्होंने नगर निगम के अतिक्रमणके यार्ड अन्ना नगर स्थित मैं जब अपने बोलेरो ट्रक देखने पहुंचे तब उसमें किसी भी प्रकार का कोई सामान नहीं था बोलेरो पिकअप ट्रक के टायर भी फूटे पाए गए स्टेफनी एवं त्रिपाल के साथ-साथ टूल्स एवं आगे के कांच भी फूटे पाए गए अब सवाल यह खड़ा होता है इतने बड़े नुकसान का आखिर जिम्मेदार कौन होगा क्या इस सब की प्रशासन के द्वारा जितेंद्र अवस्थी से रिकवरी की जाएगी या यह सारा मामला मनीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जाना चाहिए।