पहले ग्रेटर नेपाल अब सीता, भारत के खिलाफ जहर उगलकर अगले ‘ओली’ बन रहे बालेन शाह! अपनों ने घेरा
काठमांडू: रैपर से नेता बने नेपाल की राजधानी काठमांडू के मेयर बालेन शाह एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। अखंड भारत के जवाब में ग्रेटर नेपाल का नक्शा लगाने वाले बालेन शाह ने अब आदिपुरुष फिल्म के नेपाल में रिलीज को रोकने की धमकी दी है। बालेन शाह का दावा है कि इस फिल्म में सीता को भारत की बेटी बताया गया है जबकि सीता का जन्म नेपाल के जनकपुर में हुआ था। उन्होंने धमकी दी कि अगर इस गलती को नेपाल और भारत के अंदर सुधारा नहीं गया तो वह किसी भी भारतीय फिल्म को काठमांडू में दिखाने की अनुमति नहीं देंगे।
काठमांडू मेट्रोपोलिटन सिटी के मेयर बालेन शाह के इस धमकी के बाद नेपाल के सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म को देश में दिखाने पर दी गई अपनी अनुमति को रोक दिया है। आदिपुरुष फिल्म हिंदुओं के पवित्र रामायण की कथा पर आधारित है। बताया जा रहा कि नेपाली नेता बालेन शाह की इस धमकी के बाद फिल्म के निर्माताओं ने सीता के जन्मस्थान पर दिए विवादित बयान वाले हिस्से को हटा दिया है। इससे पहले मेयर शाह ने 8 जून को भारत के अखंड भारत का नक्शा संसद की नई बिल्डिंग में लगाने के बाद अपने कार्यालय में ग्रेटर नेपाल का नक्शा लगा दिया था।
केपी ओली की राह पर बढ़ रहे बालेन शाह
यही नहीं बालेन शाह की तर्ज पर नेपाल के अन्य नेताओं ने भी भारत के विरोध में अखंड भारत का नक्शा लगाया था। नेपाल में मुख्य विरोधी दल सीपीएन यूएमएल ने मांग की थी कि भारत को अखंड भारत के विरोध में राजनयिक नोट भेजा जाए। अशोक कालीन इस अखंड भारत के इस नक्शे में नेपाल के लुंबिनी और कपिलवस्तु को दिखाया गया था। यह पूरा मामला उस समय और बढ़ा है जब दोनों ही देशों के बीच कालापानी को लेकर सीमा विवाद पहले से ही गरम बना हुआ है।
बालेन शाह के लगाए गए ग्रेटर नेपाल के इस नक्शे भारत के यूपी, बिहार और हिमाचल प्रदेश राज्यों के कई इलाके दिखाए गए थे। नेपाल के रैपर रहे बालेन शाह काठमांडू के 15वें मेयर हैं। उन्होंने नेपाली कांग्रेस के नेता को हराकर मेयर पद का चुनाव जीता था। वह निर्दलीय उम्मीदवर थे और ऐसा करने वाले पहले व्यक्ति हैं। कई विश्लेषकों का कहना है कि बालेन शाह चीन समर्थक केपी ओली की राह पर चल रहे हैं और भारत का विरोधकर सुर्खियों में बने रहना चाहते हैं। वहीं नेपाली नागरिक काठमांडू के मेयर इस मूर्खतापूर्ण हरकत को छोड़कर शहर में पानी की व्यवस्था को सुधारने की नसीहत दे रहे हैं।