देवकीनंदन ठाकुर ने सरकार से स्कूल-कॉलेजों में फिल्मी गानों पर नाचने पर पाबंदी लगाने की मांग की. उन्होंने कहा कि किसी भी स्कूल-कॉलेज में हमारी बेटियां बालीवुड के गानों पर नहीं नाचेंगी.
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में प्रसिद्ध भागवत कथा वाचक देवकीनंदन ठाकुर ( देवकीनंदन ठाकुर ) श्रीमद् भागवत कथा कह रहे हैं. इसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालु कथा श्रवण करने आ रहे हैं. इस कथा के दौरान कथा वाचक देवकीनंदन ठाकुर ने श्रद्धालुओं को विवादित सीख भी दे डाली है.उन्होंने श्रद्धालुओं का आव्हान करते हुए कहा कि हिन्दू चार-पांच बच्चे पैदा करें,मेरी खुद की भी चार संतानें हैं.इस दौरान उन्होंने भारत सरकार से अपील की कि स्कूलों-कॉलेजों में फिल्मी गानों पर नाचने-गाने पर पाबंदी लगाई जाए.
कथावाचक के विवादित बयान
भोपाल के दशहरा मैदान में देवकीनंदन ठाकुर की श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन हो रहा है. इसमें प्रतिदिन वे अलग-अलग विषयों पर कथा के साथ व्याख्यान भी दे रहे हैं. ऐसे ही उन्होंने कथा के बीच में कई ऐसी बातें की हैं जो विवादित और चर्चित हो रही हैं.इसी दौरान जनसंख्या पर चोंट करते हुए एक बात सार्वजनिक मंच से कह दी. उन्होंने कहा है हम हिंदू चार-पांच बच्चे पैदा क्यों नहीं कर सकते. मैं हिंदुओं को ऐसे ही चार-पांच बच्चे पैदा करने के लिए नहीं, कहता मेरे खुद के चार हैं.
देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि जब वे 40-40 पैदा कर सकते हैं तो हम चार-पांच बच्चे पैदा क्यों नहीं कर सकते.इसके साथ ही उन्होंने मीडिया से यहां तक कह डाला कि जब कुछ लोग 30 करोड़ होकर 100 करोड़ को ललकार रहे हैं तो 60 करोड़ होने पर क्या करेंगे.इस तरह के विवादित बयान के चलते देवकीनंदन ठाकुर लगातार चर्चा में रहे हैं.
भारत सरकार से स्कूल-कॉलेजों में फिल्मी गानों पर पाबंदी की मांग
इसके साथ ही देवकीनंदन ठाकुर ने भारत सरकार से एक अपील की कि स्कूल-कॉलेजों में बालीवुड के गानों पर नाचने के कार्यक्रम पर पाबंदी लगाई जाए.उन्होंने कहा कि किसी भी स्कूल-कॉलेज में हमारी बेटियां बालीवुड के गानों पर नहीं नाचेंगी,वो विद्या का मंदिर है,जिसे ये अशुद्ध कर रहे हैं.अपने गंदे विचारों से अशुद्ध कर रहे हैं.
भारत सरकार से स्कूल-कॉलेजों में फिल्मी गानों पर पाबंदी की मांग
इसके साथ ही देवकीनंदन ठाकुर ने भारत सरकार से एक अपील की कि स्कूल-कॉलेजों में बालीवुड के गानों पर नाचने के कार्यक्रम पर पाबंदी लगाई जाए.उन्होंने कहा कि किसी भी स्कूल-कॉलेज में हमारी बेटियां बालीवुड के गानों पर नहीं नाचेंगी,वो विद्या का मंदिर है,जिसे ये अशुद्ध कर रहे हैं.अपने गंदे विचारों से अशुद्ध कर रहे हैं.