अवैध विदेशी देशी कंपोजिट शराब की दुकान हटाने में नहीं चला आबकारी अधिकारी रायचूरा का जोर
शराब दुकान ठेकेदार को 16/5/2024 को सुबह 11बजे दुकान सील करने की चेतावनी देकर गए आबकारी अधिकारी रायचूरा मुड़कर नहीं लौटे
भोपाल. ताजा मामला राजधानी के होशंगाबाद रोड आर आर एल तिराहे पर स्थित बिना अनुमति संचालित की गई देसी विदेशी कंपोजिट शराब दुकान को हटाने का हैं, प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले तीन दिनों से सारा प्रशासन प्रतिदिन वहां पहुंचता है थोड़ा बहुत है भय दिखा कर खाली हाथ बिना कार्रवाई के निकाल लेता है।
एसडीएम कोलार, एसडीएम एम पी नगर, नगर निगम अमला , आबकारी अधिकारी रायचूरा, टीआई थाना बागसेवनिया को लेकर लगातार तीसरे दिन भी इस शराब की दुकान को हटाने की कार्यवाही में न काम रहे , इससे ऐसा प्रतीत हो रहा हैं जैसे सारा का सारा प्रशासन एक शराब ठेकेदार के सामने असहाय एवं लाचार देखा जा रहा हैं नगर निगम के अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया आज दिनांक 16/5/ 2024 सुबह 11:00 बजे आबकारी अधिकारी इस शराब दुकान को सील करने वाले थे उन्होंने शराब ठेकेदार को इस तरह की चेतावनी दी थी।
दिए गए समय अनुसार नगर निगम जोन 13 के जोनल अधिकारी निलेश श्रीवास्तव अपने अमले के साथ अवैध शराब दुकान हटाने की कार्यवाही करने के लिए समय पर पहुंच चुके थे उन्होंने कुछ घंटे आबकारी अधिकारी रायचूरा का इंतजार किया मगर रायचूरा उक्त स्थान पर नहीं पहुंचे और ना ही एसडीएम कोलार एवं एसडीएम एमपी नगर शराब दुकान हटाए जाने की कार्रवाई करने वहां नहीं पहुंचे। इन सभी प्रशासनिक अधिकारियों के न पहुंचने की वजह से ऐसा प्रतीत हो रहा है की शासकीय शराब दुकान ठेकेदार वाकई दबंग है शासन प्रशासन में उसकी अच्छी खासी पकड़ है वह समय रहते प्रशासन के अधिकारियों पर दबाव बनाकर उक्त स्थान पर शराब दुकान हटाई ना जा सके इसके लिए वहअनुमति ले ही लेगा ।
पिछले तीन दिनों से लगातार नगर निगम का हमला अपना समय खराब करने के साथ-साथ राजस्व की भी हानि कर रहा है साथ ही पुलिस प्रशासन भी अपना समय व्यर्थ गवा रहा है, जब खबर खालसा न्यूज़ के संपादक आर. एस. सिंह खालसा ने इस सारे प्रकरण में आबकारी अधिकारी रायचूरा से मोबाइल फोन पर जानकारी लेनी चाहिए तो उनसे फोन पर संपर्क नहीं हो सका संपर्क न होने का कारण समय से ज्यादा रायचुरा का मोबाइल फोन बिजी होना रहा अगर रायचूरा चाहते अपने मोबाइल पर वेटिंग में आने वाले फोन कॉल चेक कर समय अनुसार बात कर सकते थे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया उनके द्वारा ऐसा नहीं किया जाना था क्योंकि वह आबकारी विभाग में एक जिम्मेदार पद पर बैठे हैं उनकी जवाब देही की जिम्मेदारी बनती हैं । कहीं इस सारे प्रकरण में वह कहावत तो सटीक नहीं बैठ जाएगी ।
( पैसे का है मोल जहां में देख तमासा दौलत का) की तर्ज पर.!
आबकारी अधिकारी रायचुरा को 6 बार मोबाइल फोन लगाया गया एक बार भी उन्होंने ना तो उठाया और ना ही रिटर्न लगाया क्या इस तरह होते हैं विभागीय जिम्मेदार अधिकारी