एक तो कंगाली, ऊपर से आटा गीला… पुराने हो चुके हैं पाकिस्तानी वायुसेना के 250 लड़ाकू विमान, खरीदने होंगे नए जेट
इस्लामाबाद : पाकिस्तान की वायु सेना (पीएएफ) एक संकट का सामना कर रही है। उसे एक दशक में विमान के अपने पुराने बेड़े को रिटायर करना है। एक रिपोर्ट के मुताबिक पीएएफ अपने 250 विमानों को चरणबद्ध तरीके से हटाएगा। पीएएफ अब अपने सबसे पुराने फाइटर जेट फ्रांस निर्मित मिराज III को हटा रहा है। मिराज 5 के एक और बेड़े को रिटायर करने की योजना है। पाकिस्तान के लिए एकमात्र विकल्प जे-10सी जैसे चीन निर्मित विमान हैं। पाक वायुसेना के सामने यह संकट तब आया है जब देश बुरी तरह आर्थिक संकट की चपेट में है और इसका असर सेना पर भी पड़ रहा है।
खबरें हैं कि पीएएफ पहले ही 22 जे-10 सीई फाइटर जेट खरीद चुका है। डील के अनुसार, वायुसेना कुछ खास मॉडिफिकेशन के साथ 100 और जेट हासिल कर सकती है। J-10C एक 4 प्लस जेनेरेशन का मध्यम आकार का फाइटर जेट है। जे-10सी में चीन-पाकिस्तान के, संयुक्त रूप से विकसित, हल्के लड़ाकू विमान जेएफ-17 की तुलना में एक उन्नत जेट इंजन लगा होता है जिसका इस्तेमाल वर्तमान में पीएएफ कर रही है।
कॉम्बैट सिस्टम से लैस चीन का जेट
वहीं जे-10सी पूरी तरह से इंटीग्रेटेड हथियार, एवियोनिक और कॉम्बैट सिस्टम से लैस होता है। इसमें जेएफ-17 ब्लॉक 3 की ओर से इस्तेमाल किए जाने वाले रडार की तुलना में बड़े AESA रडार की कमी है। हालांकि यह अधिक उन्नत एयर-टू-एयर मिसाइलों को ले जा सकता है जिसमें शॉर्ट रेंज पीएल-10 और विजुअल रेंज से परे पीएल-15 शामिल हैं। पाकिस्तान को चीन से ये विमान ऐसे समय पर खरीदने पड़ रहे हैं जब उसकी अर्थव्यवस्था सबसे बुरे दौर से गुजर रही है।
अर्थव्यवस्था पर रक्षा बजट का बोझ
पिछले साल यानी 2022-23 में पाकिस्तान ने अपना रक्षा बजट काफी बढ़ा दिया। जो बजट 2021-22 में 1,370 अरब पाकिस्तानी रुपये था वह पिछले साल 1,523 अरब पाकिस्तानी रुपये हो गया। यह वृद्धि 11 प्रतिशत से ज्यादा की थी। पाकिस्तान में एक समय के बाद अर्थव्यवस्था रक्षा बजट के बोझ तले दब गई। देश के खर्चे बढ़ते रहे लेकिन कमाई घटती चली गई। अब जब सरकार के पास कोई रास्ता नहीं बचा है तो वह सेना से गैर-लड़ाकू खर्चों में कटौती करने के लिए कह रही है।