अंबानी, अडानी और टाटा बढ़ा रहे कंपटीशन… HUL के CEO ने बताया मार्केट का दर्द
नई दिल्ली : एफएमसीजी सेक्टर की दिग्गज कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर (Hindustan Unilever) को अंबानी और अडानी ग्रुप से तगड़ी टक्कर मिल रही है। भारत में कंपनी के चीफ ने आगाह किया है कि उनके उत्तराधिकारी को तेजी से बढ़ते कंपटीशन को नेविगेट करना होगा। क्योंकि वैश्विक दिग्गजों से लेकर गौतम अडानी (Gautam Adani) और मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani ) सहित पावरफुल घरेलू टायकून्स देश के इस तेजी से बढ़ते उपभोक्ता बाजार में पैर जमाने चाहते हैं। कंपनी के सीईओ और एमडी संजीव मेहता (Sanjiv Mehta) ने कहा, ‘अंतरराष्ट्रीय कंपनियां भारत पर अपना फोकस कर रही हैं। जबकि बड़ी लोकल फर्म्स तेजी से अपना विस्तार कर रही हैं।’
रोहित जावा बनेंगे कंपनी के सीईओ
मेहता ने कहा कि छोटी कंपनियां और स्टार्टअप भी एक संभावित खतरा हैं। एचयूएल (HUL) डव साबुन, लिप्टन टी, मैग्नम आइसक्रीम से कई पॉपुलर प्रोडक्ट बनाती है। मेहता इस महीने के आखिर में रोहित जावा को अपना पद सौंपने वाले हैं। जावा 27 जून से एचयूएल के सीईओ और एमडी का कार्यभार संभालेंगे। यह एक ऐसा समय है जब भारत में निवेश के व्यापक मौके बन रहे हैं। स्थानीय अरबपति अंबानी और अडानी के अलावा टाटा ग्रुप घरेलू उत्पादों पर अपना फोकस बढ़ा रहे हैं। वे भारत की बड़ी आबादी का फायदा उठाना चाहते हैं, जो दुनिया की सबसे बड़ी आबादी बन गई है।
विदेशी कंपनियां भी कर रहीं विस्तार
विदेशी कंपनियां भी तेजी से भारत में अपना विस्तार कर रही हैं। अमेजन साल 2030 तक भारत में क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर में 12.7 अरब डॉलर निवेश करने की योजना बना रहा है। एपल भी तीन नए स्टोर खोलने पर विचार कर रही है। भारत चीन के मैन्यूफैक्चरिंग डोमिनेंस को चुनौती देने के लिए कमर कस रहा है। विशेष रूप से चिप्स और इलेक्ट्रॉनिक्स में। ‘चाइना प्लस वन’ रणनीति के साथ अपनी सप्लाई चेन्स में विविधता लाने के कंपनियों को भारत आकर्षित कर रहा है।
बढ़ता ही जा रहा कंपटीशन
62 वर्षीय मेहता ने एक इंटरव्यू में कहा, ‘हम इस बात पर बिल्कुल स्पष्ट हैं कि कंपटीशन बढ़ता ही जा रहा है। बहुत कम ऐसी मल्टीनेशनल कंपनियां होंगी, जिनकी रणनीति में भारत टॉप पर नहीं होगा। हर बड़ी कंपनी अपने कारोबार को यहां फैलाना चाहती हैं।’