10 साल में ऐसा कभी नहीं हुआ, 24 इंटरनेशनल ब्रैंड आ रहे हैं हमारे देश, एक से एक दिग्गज
नई दिल्ली : आज भारत दुनिया में सबसे तेज रफ्तार के साथ ग्रोथ कर रहा है। जहां दुनिया के बड़े-बड़े देश मंदी (Recession) के दरवाजे पर खड़े हैं, तो भारत में अच्छी खासी डिमांड देखी जा रही है। यही कारण है कि दुनियाभर की कंपनियां भारत में निवेश करने को आतुर हैं। वे यहां अपने सामान बेचना चाहती है और एक बड़े मार्केट का फायदा उठाना चाहती हैं। इस साल करीब 2 दर्जन इंटरनेशनल ब्रैंड्स (International Brands) भारत में आना चाहते हैं। वे यहां अपने स्टोर्स खोलना चाहते हैं। 10 साल में यह पहली बार है, जब इतनी बड़ी संख्या में ग्लोबल ब्रैंड्स भारत आना चाहते हैं। कोविड के बाद खपत में आई तेजी के चलते वैश्विक कंपनियां भारत की तरफ आकर्षित हो रही हैं।
इस साल भारत आना चाहते हैं 24 ग्लोबल ब्रैंड
इस साल करीब 24 ग्लोबल ब्रैंड्स भारत आना चाहते हैं। इससे पहले 2020 में यह संख्या 1, 2021 में 3 और 2022 में 11 थी। महामारी से पहले करीब 12-15 ब्रैंड्स हर साल भारत आते थे। इटली का लग्जरी फैशन ब्रैंड रॉबर्टो कैवल्ली, ब्रिटिश लग्जरी गुड्स ब्रैंड डनहिल और अमेरिकी स्पोर्ट्सवियर एंड फुटवियर रिटेलर फुट लॉकर भारत में आने के लिए बातचीत कर रहे हैं।
कई चेन्स भारत में खोलना चाहती हैं स्टोर्स
कई चेन्स जैसे इटली की लवाजा और अरमानी कैफे, अमेरिका की जंबा और ऑस्ट्रेलिया की द कॉफी क्लब के भी इस साल भारत आने की संभावना है। सीबीआरई के भारत, दक्षिण पूर्व एशिया, मिडिल ईस्ट और अफ्रीका के चेयरमैन अंशुमान मैगजीन ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि फूड एंड बेवरेज और कुछ एंटरटेनमेंट ब्रैंड्स साल 2023 में भारतीय बाजार में उतर सकते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘इस साल पहले से ही कई इंटरनेशनल ब्रैंड्स भारत आ चुके हैं।’
ये ब्रैंड्स आ चुके भारत
एक दर्जन से अधिक इंटरनेशनल ब्रैंड्स, जिनमें वैलेंटिनो, मैकलेरन और बालेंसीगा शामिल हैं, ने पिछले कुछ महीने में भारत में डेब्यू किया है। कोविड लॉकडाउन के बाद अपस्केल लेबल्स की बढ़ी हुई मांग का फायदा उठाने के लिए ये ब्रैंड्स भारत आ रहे हैं। पॉटरी बार्न, प्रेट ए मैंगर, टिम हॉर्टन्स और पोपीज भी भारत आए हैं।