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भारत में 10 अरब डॉलर निवेश करेगी गूगल, पीएम मोदी से मिलकर सुंदर पिचाई ने खोला खजाने का मुंह

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आजकल अमेरिका के दौरे पर हैं। शुक्रवार को अमेरिका की कई कंपनियों के टॉप अधिकारियों ने उनसे मुलाकात की। इनमें गूगल (Google) की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट (Alphabet) के सीईओ सुंदर पिचाई (Sundar Pichai) और ऐमजॉन (Amazon) के एंड्रयू जैसी (Andrew Jassy) शामिल थे। गूगल ने भारत के डिजिटाइजेशन फंड में 10 अरब डॉलर निवेश करने की घोषणा की है। पिचाई ने कहा कि डिजिटल इंडिया के लिए मोदी का विजन दूसरे देशों के लिए एक ब्लूप्रिंट हो सकता है। गूगल ने साथ ही गुजरात की गिफ्ट सिटी में ग्लोबल फिनटेक ऑपरेशन सेंटर खोलने की भी घोषणा की है। दूसरी ओर ऐमजॉन ने कहा है कि वह भारत में रोजगार बढ़ाने और छोटी तथा मझोली कंपनियों को डिजिटाइज करने में मदद करेगी।

पिचाई ने मोदी से मिलने के बाद कहा कि अमेरिका के ऐतिहासिक दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलना मेरे लिए सम्मान की बात है। गूगल भारत के डिजिटाइजेशन फंड में 10 अरब डॉलर का निवेश कर रही है। साथ ही कंपनी गुजरात की गिफ्ट सिटी में ग्लोबल फिनटेक ऑपरेशन सेंटर खोलेगी। उन्होंने कहा, ‘डिजिटल इंडिया के लिए पीएम का विजन दूरदर्शी है। दूसरे देश भी अब इस ब्लूप्रिट को अपनाने जा रहे हैं।’ भारतीय मूल के पिचाई 2004 में गूगल से जुड़े था और 2015 में उन्हें गूगल का सीईओ बनाया गया था। उन्होंने कहा कि गूगल भारत में एक सिंगल यूनिफाइड एआई मॉडल बनाना चाहती है जो 100 से अधिक भारतीय भाषाओं को हैंडल करने में सक्षम होगा। यह कंपनी के ग्लोबल प्रयास का हिस्सा है। इसके तहत कंपनी दुनिया में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली 1000 भाषाओं को ऑनलाइन लाना चाहती है। इस तरह लोगों को अपनी पसंदीदा भाषा में जानकारी मिलेगी। उन्होंने कहा कि कंपनी आईआईटी मद्रास में रिस्पॉन्सिबल एआई के लिए एक नए सेंटर को भी सपोर्ट कर रही है।

ऐमजॉन क्या करेगी

दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी ऐमजॉन के सीईओ एंड्रयू जैसी और बोइंग के सीईओ डेविड एल कैलहन ने भी मोदी से मुलाकात की। कैलहन ने कहा कि मोदी भारत के विकास के लिए जूनून रखते हैं। उनकी एयरोस्पेस और एविएशन में खासी दिलचस्पी है। उनका बड़ा विजन है। उन्होंने कहा कि भारत एविएशन और एयरोस्पेस में बड़ी भूमिका निभा सकता है। ऐमजॉन के सीईओ जैसी ने पीएम मोदी के साथ मीटिंग के बाद कहा कि उनकी कंपनी भारत में अतिरिक्त नौकरियां पैदा करने में मदद करेगी। उन्होंने कहा, हम ज्यादा नौकरियां पैदा करने, छोटी और मझोली कंपनियों का डिजिटाइजेशन में मदद करने और भारत के माल को दुनियाभर में एक्सपोर्ट करने में मदद करना चाहते हैं।

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