भारत के दुश्मन को रूस ने भेजी 1 लाख टन एलपीजी गैस, पाकिस्तान के करीब जा रहे पुतिन का इरादा क्या है?
इस्लामाबाद : रूस से कच्चा तेल पाकर पाकिस्तान की खुशी का ठिकाना नहीं है। इस बीच खबर है कि रूसी एलपीजी कार्गो का पहला बैच भी मंगलवार को खैबर पख्तूनख्वा के तोरखम बॉर्डर से होता हुआ पाकिस्तान पहुंच चुका है। रूस ने ट्रेन से उज्बेकिस्तान में इसकी डिलीवरी की है। कस्टम में मौजूद सूत्रों ने पाकिस्तानी न्यूज चैनल ‘आज न्यूज’ को इसकी जानकारी दी है। सूत्रों ने कहा कि 10 एलपीजी टैंकर पाकिस्तान में प्रवेश कर चुके हैं जबकि अन्य आने वाले हैं। यह 1,10,000 टन एलपीजी का पहला बैच है।
खबर के मुताबिक, क्लियरेंस के लिए टैंकरों के काफिले को पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा पर रोका गया। कार्गो उज्बेकिस्तान होते हुए अफगानिस्तान से पाकिस्तान में पहुंचे हैं। पाकिस्तान को ऐसे समय पर रूसी गैस मिली है, जब रविवार को ही रूसी कच्चे तेल की पहली खेप कराची पहुंची है। कराची बंदरगाह पर पहुंचे जहाज में 45,142 मीट्रिक टन रूसी कच्चा तेल था। आर्थिक संकट के चलते पाकिस्तान गंभीर ऊर्जा चुनौतियों का सामना कर रहा है।
84 प्रतिशत पेट्रोलियम उत्पादों का आयात
गैस के घटते भंडार और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में भारी उछाल के बीच पाकिस्तान अपनी ऊर्जा मांगों को पूरा करने के लिए अब नए रास्ते तलाश रहा है। दुनिया का पांचवां सबसे अधिक आबादी वाला देश पाकिस्तान लंबे समय से ऊर्जा संकट झेल रहा है। पाकिस्तान अपने पेट्रोलियम उत्पादों का 84 प्रतिशत आयात करता है, जिनके लिए वह खाड़ी अरब सहयोगियों जैसे सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात पर निर्भर है। एनालिटिक्स फर्म Kpler के डेटा के अनुसार, देश ने 2022 में 154,000 बीपीडी तेल का आयात किया।
चीनी मुद्रा में किया भुगतान?
पाकिस्तान के पेट्रोलियम राज्य मंत्री मुसादिक मलिक ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान ने चीनी मुद्रा में रियायती रूसी कच्चे तेल का भुगतान किया है। खबर के मुताबिक, मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने गोपनीयता के मद्देनजर पक्षों की ओर से साइन किए हुए समझौतों के कारण रूस के साथ तेल सौदे की शर्तों की जानकारी देने से इनकार कर दिया। मलिक ने कहा, ‘पाकिस्तान ने रूस से 1,00,000 टन कच्चे तेल का आयात किया है।’