Bhopal

Missing Children in MP: पिछले वर्ष गुम बच्चों के सर्वाधिक मामले इंदौर में दूसरे नंबर पर भोपाल

शशिकांत तिवारी, भोपाल। Missing Children in MP: पिछले वर्ष प्रदेश में बच्चों के गुम होने के सर्वाधिक मामले इंदौर में सामने आए हैं। दूसरे नंबर पर भोपाल है। इंदौर में बच्चों के लापता होने के 977 मामले दर्ज किए गए, जिसमें 732 लड़कियां थीं। इस वर्ष पुलिस ने 142 लड़कियों को बरामद किया। वहीं, भोपाल में 661 बच्चे लापता हुए, जिसमें 436 लड़कियां थीं। गुम लड़कियों में पुलिस 102 को खोज पाई।

ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में शहरी क्षेत्रों में बच्चों के गुमशुदगी के ज्यादा मामले दर्ज किए गए। मध्य प्रदेश में वर्ष 2022 में बच्चों के लापता होने के 11 हजार 717 मामले सामने आए। इनमें से आठ हजार 844 लड़कियां और दो हजार 873 लड़के थे। वर्ष 2021 की तुलना में लड़कियों के लापता होने के मामलों में छह प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, लापता लड़कों की संख्या बढ़ी है।

चाइल्ड राइट्स एंड यू (क्राइ) एनजीओ द्वारा पुलिस मुख्यालय के स्टेट क्राइम रिकार्ड ब्यूरो से सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त की गई जानकारी में यह सामने आया है। एनजीओ ने बड़ी संख्या में गायब हो रही लड़कियों की मानव तस्करी की आशंका जताई है।

राज्य मे पिछले पांच वर्ष मे गुम हुए बच्चे

वर्ष-लड़कियां-लड़के- कुल संख्या

2018 7564 2464 10038

2019 8572 2450 11022

2020 7230 1521 8751

2021 9407 2200 11607

2022 8844 2873 11717

नोट- वर्ष 2018 से 2021 तक के आंकड़े नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) व 2002 का सूचना के अधिकार से प्राप्त हुआ है।

वर्ष 2022 में गुम हुए और मिले बच्चे

ज़िला– कुल गुम बच्चे-लड़के- लड़कियां- खोजी गई लड़कियां

इंदौर 977 245 732 142

भोपाल 661 225 436 102

जबलपुर 604 177 427 110

धार 554 84 470 158

सागर 461 115 346 38

लापता होने वाले बच्चे अक्सर मानव तस्करी का आसान शिकार होते हैं। फैक्टशीट के अनुसार मध्य प्रदेश में 2022 में लापता हुए बच्चों में 75 प्रतिशत से ज्यादा लड़कियां थीं। यह गंभीर चिंता का विषय है कि लापता बच्चों में लड़कियों की संख्या काफी अधिक होने की प्रवृत्ति पिछले पांच वर्षों से लगातार बनी हुई है।

सोहा मोइत्रा, क्षेत्रीय निदेशक, क्राई (उत्तर)

लड़कियां गुम हाेने पर इनका यह कहना है

गुम बच्चों को खोजने के लिए प्रदेश में वर्ष 2021 से ‘आपरेशन मुस्कान’ चलाया जा रहा है। अभी तक पांच अभियानों में नौ हजार से अधिक बच्चियों को खोजा गया है। इसमें यह भी सामने आया है कि सर्वाधिक तीन हजार 932 बच्चियां घर से नाराज होकर गई थीं। अभियान के अतिरिक्त भी पुलिस गुम बच्चों को खोजती है। दूसरे राज्यों का भी सहयोग लिया जाता है।Mp

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